MP State Exams General Studies MPPSC Preliminary (C-SAT) Solved Papers 2019 Shift-II

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    निर्देश: दिए गए गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। गद्यांश 3 राजा दशरथ के तीन विवाह होने पर भी उनके यहाँ कोई उत्तराधिकारी नहीं हुआ। राजा के वानप्रस्थ का समय समीप आता जा रहा था, उनकी चिन्ता बढ़ती जा रही थी। इस हेतु उन्होंने ऋषि-मुनियों से संपर्क कर उपाय हेतु सलाह करना आरंभ कर दिया। महर्षि वशिष्ठ ने उनसे कहा-राजन आपकी कुल परंपरा में पूर्व में भी इस प्रकार का समय आ चुका है। महाराज दिलीप को जब संतान प्राप्ति नहीं हुई थी, तब उन्होंने भी आयुर्वेद के आचार्यो को बुलाकर पुत्र यज्ञ कराया था, जिसके परिणापस्वरूप आपके कुल पिता रघु का जन्म हुआ था। अब पुनः वही परिस्थिति उत्पन्न हुई है। आप पुत्र यज्ञ का आयोजन करें। आपको अवष्य सुखद फल प्राप्त होगा। वर्तमान में आपके ही दामाद महर्षि श्रृंगी आयुर्वेदाचार्य व यज्ञों के ज्ञाता है। हम उन्हें ही आमंत्रित कर यज्ञ का आयोजन करें, तब श्रेष्ठ होगा।
    महर्षि वरिष्ठ ने राजा दशरथ को क्या सलाह दी?

    A) पुत्र यज्ञ करने की

    B) सन्यास लेने की

    C) वानप्रस्थ की

    D) सोमयज्ञ करने की

    Correct Answer: A


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