MP State Exams General Studies MPPSC Preliminary (C-SAT) Solved Papers 2018 Shift-II

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    निर्देश: दिए गए गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
    गद्यांश - 1
    एक संस्कृत व्यक्ति किसी नयी चीज की खोज करता है; किन्तु उसकी संतान को वह अपने पूर्वज से अनायास ही प्राप्त हो जाती है। न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत की खोज की। वह संस्कृत मानव था। हम आज के भौतिक-विज्ञान के विद्यार्थी को न्यूटन की अपेक्षा अधिक सभ्य भले ही कह सकें; पर न्यूटन जितना संस्कृत नहीं कह सकते। भौतिक-प्रेरणा, ज्ञानेप्साक्या ये दो ही मानव-संस्कृति के माता-पिता हैं? सुनते हैं रूस का भाग्यविधाता लेनिन अपनी डेस्क में रखे हुए डबलरोटी के सूखे टुकड़े स्वयं न खाकर दूसरों को खिला दिया करता था। वह आखिर ऐसा क्यों करता था? संसार के मजदूरों को सुखी देखने का स्वप्न देखते हुए कार्ल मार्क्स ने अपना सारा जीवन दुख में बिता दिया। और इन सबसे बढ़कर आज नहीं, आज से ढाई हजार वर्ष पूर्व सिद्धार्थ ने अपना घर केवल इसलिए त्याग दिया कि किसी तरह तृष्णा के वशीभूत लड़ती-कटती मानवता सुख से रह सके। हमारी समझ से मानव-संस्कृति की जो योग्यता आविष्कार कराती है, खोज कराती है, नवीन जानकारी कराती है और किसी महामानव से सर्वस्व त्याग कराती है, वह संस्कृति है।
    रूस का भाग्य-विधाता किसे कहा जाता है?

    A) लेनिन

    B) न्यूटन

    C) माओ-त्से-तुंग

    D) कार्ल मार्क्स

    Correct Answer: A


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