MP State Exams General Studies MPPSC Preliminary (C-SAT) Solved Papers 2016 Shift-II

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    निर्देश: दिए गए गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए -
    वर्तमान समय में उपभोक्तावादी संस्कृति का दुर्निवार आकर्षण सबके सिर चढ़कर बोल रहा है। इसने आदमी को अनगिनत इच्छाओं से भर दिया है। वह अपने घर को अटरम-शटरम चीजों का कबाड़खाना बना रहा है। इस बाजारवाद के कारण लोग ऋण लेकर वस्तुएँ खरीद रहे हैं। उपभोक्तावाद का यह नशा न मरने देता है और न जीने। तुष्णाएँ बढ़ रही हैं, सरस्वती पलायन कर रही है। गाँव के लोग भी इससे अछूते नहीं है। सड़क के द्वारा मानों बाजार ही गाँव में घुस आया है द्य ग्रामीण भी इन उपभोक्तावादी वस्तुओं को प्राप्त करने के लिए शहरी साहूकारों के ऋण-जल में फंसते जा रहे हैं। खेत गिरवी पड़े हैं। इन्हें देखकर प्रेमचन्द के सर्वश्रेष्ठ उपन्यास का नायक होरी याद आ जाता है। अमेरिका जैसे देश पेट्रोल क्षेत्रों को अपने अधिकार में करके सारी दुनिया को अपने इशारों पर नचाना चाहते हैं द्य मानव-विनाश के विविध अस्त्रों का संचय हो रहा है, खाने-पीने की चीजें, नदियाँ सभी दूषित हैं। प्रदूषण बढ़ रहा है।
    प्रेमचंद के किस उपन्यास की चर्चा उपर्युक्त गद्यांश में हैं?
     

    A) गबन

    B) सेवाश्रम

    C) गोदान

    D) रंगभूमि

    Correct Answer:


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