MP State Exams General Studies MPPSC Preliminary (C-SAT) Solved Papers 2012 Shift-II

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    गद्यांश
    राष्ट्रीयता किसी देश का मूल आधार है। राष्ट्रीयता की भावना को सुदृढ़ करने में राष्ट्रभाषा की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। राजनैतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक एकता की दृष्टि से भी राष्ट्र की एक राष्ट्रभाषा होनी चाहिए। राष्ट्रभाषा ही देश की सभ्यता और संस्कृति की वाहक और प्रतीक है। आज हिंदी किसी क्षेत्र विशेष की नहीं, अपितु सारे राष्ट्र की भाषा है। उसमें वे सभी गुण और क्षमता विद्यमान है जो एक राष्ट्रभाषा में होना चाहिए। हिंदीभाषियों की संख्या सर्वाधिक है, हिंदी में ही सर्वाधिक पत्रपत्रिकाओं का प्रकाशन होता है। आकाशवाणी, दूरदर्शन और सिनेमा भी हिंदी भाषा में प्रस्तुत होने के कारण लोकप्रिय तथा व्यावसायिक रूप से सक्षम हैं। ज्ञान-विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में हजारों पुस्तकों की हिंदी में रचना हो रही है। अतः हिंदी ही निर्विवाद रूप से भारत की राष्ट्रभाषा है।
    निम्नलिखित कथनों में से कौन सा कथन सत्य है?

    A) ईर्ष्या-द्वेष से प्रेरित निंदक सदैव ही आत्मविभोर रहता है।

    B) निंदा करने वाला जीवन में यातना नहीं भोगता।

    C) अपनी अक्षमता से पीड़ित निंदक दूसरों की क्षमता से दुःखी रहता है।

    D) निंदक चैन से सोता रहता है।

    Correct Answer: C


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