Super Exam General Studies Dance and Music / नृत्य और संगीत Question Bank संगीतकला का सामान्य परिचय (संगीत कला भाग 1)

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    वाद्ययंत्र तबला का अविष्कार किस वाद्ययंत्र से हुआ है?       (UPPSC 2004)

    A) सरोद

    B) संतूर

    C) वीणा

    D) पखावज

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर - पखावज
    व्याख्या - आधुनिक काल में गायन, वादन तथा नृत्य की संगति में तबले का प्रयोग होता है। नवीनतम ऐतिहासिक वर्णन में 13वीं शताब्दी में भारतीय कवि तथा संगीतज्ञ अमीर खुसरो पखावज बजा रहे थे। उसी समय यह दो टुकड़ों में टूट गया। तब उन्होंने इन टुकड़ों को बजाने का प्रयास किया । इस प्रकार तबले का जन्म हुआ। तबला शीशम की लकड़ी से बनाया जाता है। तबले को बजाने के लिये हथेलियों तथा हाथ संगीतर की उंगलियों का प्रयोग किया जाता है। तबले के द्वारा अनेकों प्रकार के बोल निकाले जाते हैं।
    टिप्पणी -
    तबले के बोलों को “शब्द”, “अक्षर” या “वर्ण”  भी कहते हैं। ये बोल परंपरागत रूप से लिखे नहीं बल्कि गुरु-शिष्य परम्परा में मौखिक रूप से सीख्ने सिखाये जाते रहे हैं।
    मुख्यत: तबले को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है, दाहिना तबला जिसे कुछ लोग दाहिना भी कहते हैं, और बायां अथवा डग्गा या डिग्गी अमीर खुसरो प्रथम मुस्लिम कवि थे जिन्होंने हिंदी शब्दों का खुलकर प्रयोग किया है।
    अमीर खुसरो पहले व्यक्ति थे जिन्होंने हिंदी, हिन्दवी और फारसी में एक साथ लिखा।
    खुसरो को खड़ी बोली के आविष्कार का श्रेय दिया जाता है।
    सबसे पहले अमीर खुसरो ने ही अपनी भाषा के लिए हिन्दवी का उल्लेख किया था।
    विशेष - पखावज - पखावज हमारे देश का अत्यंत प्राचीन वाद्य है। किवदंती है कि इसका निर्माण ब्रह या विष्णु ने किया है। गणेश जी ने इसे सबसे पहले बजाया था। इसे आद्य वाद्य भी कहा जाता है। पहले इसका इस्तेमाल सिर्फ मंदिरों में किया जाता था। संगीतकार इसे मंदिर से आम जनता के बीच लाए। फिर इसे रुपद गायन के साथ जोडा गया। कुदौसिन घराना, नाना साहब पानसे घराना और नातेद्वारा घराना प्रमुख हैं।


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