Super Exam Geography World Geography / विश्व का भूगोल Question Bank विश्व भूगोलः एक सामान्य परिचय

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    सुपरनोवा क्या है?

    A) एक ग्रहिका

    B) एक ब्लैक होल

    C) एक पुच्छलतारा

    D) एक मृतपाय तारा

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर - एक मृतपाय तारा
    व्याख्या - सुपरनोवा ब्रह्माण्ड में होने वाले खतरनाक दुर्घटनाओं का उदाहरण है। जिसमें कोर्इ बहुत पुराना तारा अपने जीवनकाल के अंतिम क्षणों में होता है और बड़े विस्फोट के बाद नष्ट होने ही वाला होता है। यह विस्फोट बहुत शक्तिशाली होता है। इस प्रक्रिया में इतनी ऊर्जा निकलती है, इतनी ऊर्जा सूर्य अपने पूरे जीवन में भी नहीं प्रकाशित कर सकता। सुपरनोवा प्रक्रिया के बाद या तो कोर्इ नया तारा बनना शुरू होता है या पुराने तारे में विस्फोट होने के बाद वह सफेद ड्वार्फ में बदल जाता है।
    टिप्पणी - यदि बचे हुये तारे का द्रव्यमान सूर्य के द्रव्यमान से 4 गुना अधिक हो तो वह एक श्याम विवर (Black Hole) में बदल जाता है। किसी सुपरनोवा विस्फोट के बाद बचे ताराकेन्द्र के भविष्य की तीन संभावनाएं होती है -
    श्वेतवामन तारा - 1.4 सौर द्रव्यमान से कम भारी ‘‘शेष तारा केन्द्र’’ का गुरुत्व इतना शक्तिशाली नहीं होता कि वह परमाण्विक और नाभिकिय बलों पर प्रभावी हो सके। वह श्वेत वामन तारे के रूप में परिवर्तित हो जाता है।
    न्युट्रान तारा - 1.4 सौर द्रव्यमान से भारी ‘‘शेष तारा केन्द्र’’ का गुरुत्व कुछ सीमा तक परमाण्विक तथा नाभिकिय बलों पर प्रभावी हो जाता है, जिससे तारा केन्द्र न्यूट्रॉन की एक भारी गेंद बन जाता है, जिसे न्युट्रान तारा कहते हैं।
    श्याम विवर - सौर द्रव्यमान से 4 गुना ज्यादा भारी ‘‘शेष तारा केन्द्र’’ में गुरुत्वाकर्षण के कारण परमाण्विक तथा नाभिकिय बलों को नष्ट करते हुये उस तारे को एक बिंदु के रूप मे संपीड़ित कर देती है, जो कि एक श्याम विवर होता है।


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