Super Exam Biology Molecular basis of Inheritance / विरासत का आणविक आधार Question Bank वंशागति का आण्विक आधार एवं जैव तकनीकी

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    भारत में Bt बैंगन के प्रवेशन पर लोगों के विरोध के कारण , हैं? (UKPSC 2010, UPSC 2011, 2017)
    1. Bt बैंगन की रचना इसके जीनोम में मृदा कवक के जीन को प्रवेश कराकर की गर्इ है।
    2. Bt बैंगन के बीज टर्मिनेटर बीज है, जिसके कारण किसानों को प्रत्येक मौसम के पहले बीज कंपनियों से बीज खरीदना पड़ता है।
    3. एक आशंका है कि ठज बैंगन के उपभोग का स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।
    4. यह भी चिंता है कि ठज बैंगन के प्रवेशन से जैव विविधता पर विपरीत प्रभाव हो सकता है।
    निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिए-

    A) केवल 1, 2 और 3

    B) केवल 2 और 3

    C) केवल 3 और 4

    D) 1, 2, 3 और 4

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - केवल 3 और 4
    व्याख्या - बीटी बैंगन जेनेटिक इंजीनियरिंग से विकसित बैंगन की नर्इ किस्म है। इसमें बैंगन में बैसिलस थुरिनजिएंसिस जीवाणु के विशेष जीन Cry 1AC को निवेशित किया जाता है। जिससे एक प्रकार का बीटी विष उत्पन्न होता है, जो बैंगन में लेपिडोप्टेरॉन कीटों जैसे - ब्रिजलफूट, फूट बोरर, शूट बोरर आदि को नष्ट करने की क्षमता विकसित करता है। इस प्रकार बीटी-बैंगन के विकास का उद्देश्य इसे नाशकजीव-सह बनाना है जिनसे उत्पादन में वृद्धि होती है। बी.टी. बैंगन फसल सुरक्षा की –ष्टि से अच्छा विकल्प हो सकता है, लेकिन ऐसी आशंका जतार्इ गयी है कि बीटी विष से मानव स्वास्थ्य और जैव विविधता पर हानिकारक प्रभाव डालता है। इसलिए जब जीन अभियांत्रिकी अनुमोदन समिति (GEAC) ने बीटी बैंगन की व्यावसायिक खेती के लिए अक्टूबर, 2009 में अनुमति प्रदान की तो इसे लेकर जनाक्रोश इतना भड़क उठा कि आखरी में सरकार ने 9 फरवरी, 2010 को इसकी खेती के स्थगन की घोषणा कर दी। लेकिन बीटी फसलों की अवैध खेती की शिकायतें लगातार मिलती रही है।


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