Super Exam Biology Molecular basis of Inheritance / विरासत का आणविक आधार Question Bank वंशागति का आण्विक आधार एवं जैव तकनीकी

  • question_answer
    कथन वैज्ञानिक DNA अणुओं को, चाहे वे अणुओं के किसी भी स्रोत से हों, इच्छानुसार अलग-अलग काट और एक साथ जोड़ सकते हैं।       (UPSC 2001)
    कारण (R) DNA के टुकड़ों को, रेस्ट्रिक्शन एण्डोन्यूक्लिएज तथा DNA लाइगेज का उपयोग कर जोड़ा-तोड़ा जा सकता है।
    कूट:

    A)  A और R दोनों सही हैं और A, R की सही व्याख्या है।

    B) A और R दोनों सही हैं परन्तु A, R की सही व्याख्या नहीं

    C) A सही है, किन्तु R गलत है।

    D) A गलत. है, किन्तु R सही है।

    Correct Answer: A

    Solution :

    उत्तर - A और R दोनों सही हैं और A, R की सही व्याख्या है।
    व्याख्या - प्रतिबंधन एंजाइम (Restriction Enzymes) - वर्ष 1963 में दो एंजाइम पृथक किए गए जो र्इ.कोलार्इ में जीवाणु भोजी की वृद्धि को रोक देते है। इनमें एक डीएनए से मेथिल समूह (-CH3) को जोड़ता है, जबकि दूसरा डीएनए को काटता है। बाद वाले एंजाइम को रिस्ट्रिक्शन एंडोन्यूक्लिएज कहा गया इन्हें आण्विक कैंचियां या रासायनिक चाकू भी कहा जाता है। प्रथम रिस्ट्रिक्शन एंडोन्यूक्लियेज - हिंड II, जिसका कार्य डीएनए न्यूक्लियोटाइड विशिष्ट क्रम पर निर्भर है। यह पांच वर्ष बाद पृथक करने पर पहचाना गया। ऐसा पाया गया कि हिंड II, डीएनए अणु को उस विशेष बिंदु पर काटते हैं जहां पर छह क्षारक युग्मों (Base pair) का एक विशेष अनुक्रम होता है। इस विशिष्ट क्षारक अनुक्रम को हिंड II, को पहचान अनुक्रम कहते हैं। हिंड II, के अलावा आज 900 से अधिक रिस्ट्रिक्शन एंजाइमों के बारे में जानकारी है जो जीवाणुओं के 230 से अधिक प्रभेदों (Stains) से पृथक किए गए हैं। जिनमें से प्रत्येक विभिन्न पहचान अनुक्रमों को पहचानते हैं। क्लेव एन्जाइम - ये एन्जाइम DNA को टुकड़ों में तोड़ते हैं। रिस्ट्रिक्शन एंजाइम, न्यूक्लिएजेज कहलाने वाले एंजाइमों के बड़े वर्ग में आते हैं। ये दो प्रकार के होते हैं- बाह्य न्यूक्लिएज (exo nuclease) - यह DNA के छोर/अन्त (End) से DNA का भाग कट करता है। अंत: न्यूक्लिएज (Endo Nuclease) - यह DNA को मध्य में से किसी भी स्थान से कट करता है। प्रत्येक रिस्ट्रिक्शन एंडोन्यूक्लिएज डीएनए सीक्वेंसेस की लंबार्इ के निरीक्षण के बाद कार्य करता है। जब यह अपना विशिष्ट पहचान अनुक्रम प्राप्त करता है तब यह डीएनए से जुड़ता है तथा द्विकुंडलिनी DNA की दोनों शर्करा-फॉस्फेट आधार स्तंभों में विशिष्ट केंद्रों पर काटता है। प्रत्येक रिस्ट्रिक्शन एंडोन्यूक्लिएज डीएनए ये एन्जाइम DNA में पाए जाने वाले उन विशिष्ट नाइट्रोजिनस क्षारक क्रमों (न्यूक्लियोटाइड सीक्वेंसेस) को पहचानते हैं, जो DNA का \[3'-5'\]दिशा में समान पढ़े जाते हैं।  इन्हें पेलिन्ड्रोम्स कहते हैं। एण्डोन्यूक्लीएज विशेष पेलिन्ड्रोमिक अनुक्रम को पहचानकर DNA अणु को इस स्थान पर विखण्डित करता है।


You need to login to perform this action.
You will be redirected in 3 sec spinner