Super Exam Geography Air Pressures, Speeds, and Winds / वायुदाब, गति और वायु Question Bank वायुदाब, गतियां, एवं पवनें

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    कथन (A): उत्तरी गोलार्द्ध में पवन प्रतिरूप दक्षिणावर्त तथा
    दक्षिणी गोलार्द्ध में पवन प्रतिरूप वामावर्त होता है।
    कारण (R): उत्तरी तथा दक्षिणी गोलार्द्ध में पवन प्रतिरूपों की दिशाओं का निर्धारण कॉरियालिस प्रभाव से होता है। (lAS 2005)

    A) A और R दोनों सही हैं, तथा R, A कि सही स्पष्टीकरण

    B) A और R दोनों सही हैं, परन्तु R, A का सही स्पष्टीकरण नहीं है

    C) A सही है, परन्तु R गलत है

    D) A गलत है, परन्तु R सही है

    Correct Answer: A

    Solution :

    उत्तर - A और R दोनों सही हैं, तथा R, A का सही स्पष्टीकरण है
    व्याख्या - कोरिऑलिस बल के प्रभाव के कारण उत्तरी गोलार्द्ध में पवनें अपनी मूल दिशा से दार्इ ओर व दक्षिणी गोलार्द्ध में बार्इ और विक्षेपित हो जाती हैं। वस्तुत: जब पवनों का वेग अधिक होता है, तब विक्षेपण भी अधिक होता है। पृथ्वी अपने घूर्णन के कारण पवनों की दिशा को प्रभावित करती है तथा इस बल को कोरिऑलिस बल कहा जाता है।
    कोरिऑलिस बल अक्षांशों के कोण के अनुक्रमानुपाती होता है।
    यह बल ध्रुवों पर सर्वाधिक और विषुवत् वृत्त पर शून्य होता है।
    टिप्पणी - भूमध्य अर्थात विषुवत् रेखा पर कोरिऑलिस बल शून्य होता है और पवनें समदाब रेखाओं के समकोण पर चलती हैं, जिसके परिणामस्वरूप विषुवत् वृत्त के निकट उष्णकटिबंधीय चक्रवात नहीं बनते।


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