A) आरण्यक
B) ब्राह्मण ग्रन्थ
C) ऋग्वेद
D) बृहदारण्यक उपनिषद्
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर [d] बृहदारण्यक उपनिषद् व्याख्या - आत्मा के पुनर्जन्म के सिद्धान्त का उल्लेख बृहदारण्यक उपनिषद् मिलता है। यह उपनिषद शुक्ल यजुर्वेद की काण्व-शाखा के अन्तर्गत आता है। बृहत (बड़ा) और आरण्यक (वन) दो शब्दों के मेल से इसका यह बृहदारण्यक नाम पड़ा है। इसमें छह अध्याय हैं और प्रत्येक अध्याय में अनेक ब्राह्मण हैं। टिप्पणी - बृहदारण्यक उपनिषदों पर भर्तु प्रपंच ने भाष्य रचना की थी।You need to login to perform this action.
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