Super Exam Geography Atmosphere, Cyclone, Anticyclone / वाताग्र, चक्रवात एवं प्रतिचक्रवात Question Bank वाताग्र, चक्रवात एवं प्रतिचक्रवात

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    वर्कनीज के ध्रुवीय वाताग्र सिद्धांत के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार करें -
    1. वर्कनीज ने शीतोष्ण चक्रवात की 6 अवस्थाओं का वर्णन किया है।
    2. प्रारंभिक अवस्था में स्थिर वाताग्र का निर्माण होता है।
    उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें

    A) केवल 1

    B) केवल 2

    C) 1 और 2

    D) न तो 1 न ही 2

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - 1 और 2
    व्याख्या - वर्कनीज के ध्रुवीय वाताग्र सिद्धांत के सम्बंध में उपरोक्त दोनों कथन सत्य है।
    वर्कनीज ने अपने दिए गए सिद्धान्त में शीतोष्ण चक्रवात की 6 क्रमिक अवस्थाओं का वर्णन किया। शीतोष्ण कटिबंधीय चक्रवात का जनन ध्रुवीय वातारों से संबंधित है जहां दो विपरीत स्वभाव वाली वायु अभिसरित होती हैं।
    प्रारंभिक अवस्था में स्थिर वाताग्र का निर्माण होता है। इस स्थिति में जब दो विषम गुणों वाली वायु विपरीत दिशाओं से गति करते हुए निम्न वाताग्र के निकट मिश्रण का प्रयास करती हैं। स्पष्ट है कि दोनों वायु राशियों के गुण अलग-अलग होने के कारण ये मिश्रित नहीं हो पाते हैं। परन्तु पवनों का आगे का भाग जब एक दूसरे के संपर्क में आता है तो एक संक्रमण क्षेत्र का विकास होता है और यही संक्रमण क्षेत्र स्थिर वाताग्र कहलाता है।
    टिप्पणी - शीतोष्ण चक्रवात की 6 क्रमिक अवस्थाओं निम्नानुसार हैं -
    स्थायी वाताग्र की अवस्था
    चक्रीय प्रवाह के प्रारंभ की अवस्था
    गर्म खंड के निर्माण की अवस्था
    शीत वाताग्र के अग्रसारित होने की अवस्था
    संरोध की अवस्था
    समापन की अवस्था


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