Super Exam Chemistry Surface & Nuclear Chemistry / भूतल और नाभिकीय रसायन Question Bank रासायनिक अभिक्रियाएं एवं नाभिकीय रसायन

  • question_answer
    पेयजल में गामा उत्सर्जक समस्थानिक है या नहीं, इसकी  पुष्टि निम्नलिखित में से किससे की जा सकती है?   (UPSC 1995)

    A) सूक्ष्मदर्शी

    B) सीसा पट्टिका

    C) प्रस्फुरण गणक

    D) स्पेक्ट्रमी प्रकाशमापी

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - प्रस्फुरण गणक
    व्याख्या - पेयजल में उपस्थित गामा उत्सर्जक समस्थानिक का पता लगाने के लिए प्रस्फुरण गणक (Scinillation Counter) का प्रयोग किया जाता है। दुनिया के विभिन्न हिस्सों से प्राप्त पीने वाले जल में विभिन्न प्रकार के रेडियो सक्रिय नाभिक उपस्थित रहते हैं। इनमें से वे नाभिक जो गामा किरणों का उत्सर्जन करते हैं, गामा उत्सर्जक नाभिक या समस्थानिक कहलाते हैं। प्रस्फुरण गणक एक विशेष प्रकार का ऐसा यन्त्र है, जिसमें स्फुरदीप्त पदार्थ (Phosphorescent), जैसे-जिंक सल्फाइड (ZnS), की पतली परत रहती है। जब इस परत पर गामा कण (गामा किरणें) टकराते हैं, तो प्रकाश की चमक पैदा होती हैं, जिससे पीने के पानी में उपस्थित गामा उत्जर्सक समस्थानिक का प्रमाण प्राप्त किया जा सकता है।


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