Super Exam Biology Human Health And Disease / मानव स्वास्थ्य और रोग Question Bank मानव स्वास्थ्य, रोग एवं उपचार

  • question_answer
      डी पी टी. वैक्सीन का प्रयोग किन बीमारियों के लिए किया जाता है? (MPPSC1992, UPPCS1994, 2004, 2010, 2013)

    A) डिप्थीरिया, काली खांसी, टिटेनस

    B) पोलियो, डिप्थीरिया, तपेदिक

    C) टिटेनस, तपेदिक, पोलियो

    D) तपेदिक, टाइफॉइड, पोलियो

    Correct Answer: A

    Solution :

    उत्तर - डिप्थीरिया, काली खांसी, टिटेनस
    व्याख्या - रोहिणी या डिप्थीरिया, काली खांसी (कुकुर-खांसी- Whooping Cough or Pertussis) तथा टिटेनस या धनुषटंकार से बचाव हेतु नवजात शिशु को डी.पी.टी. वैक्सीन दिया जाता है।
    DPT का पूर्ण नाम - डिफ्थीरिया पटुंसिस टिटैनस।
    डिफ्थीरिया- यह रोग 3-5 वर्ष के बच्चों में सामान्य रूप से फैलता है परन्तु वयस्कों में भी हो सकता है। यह रोग कॉरिनेबैक्टीरियम डिफ्थीरा नामक छड़ाकार जीवाणु द्वारा होता है। यह जीवाणु संक्रमित व्यक्ति में खांसने, छींकने एवं सांस लेने से अन्य व्यक्तियों में संचारित होता है। रोगी के गले में एक सफेद मटमैली-सी झिल्ली बनाते हैं जो सख्त होकर वायु मार्ग को अवरोधित कर देती है। जब जीवाणु रोगी के हृदय व फेफड़ों में पहुंचते हैं तो रोग विकराल रूप धारण कर लेता है और रोगी की मृत्यु हो जाती है।
    काली खांसी - यह रोग जो कि प्राय: छोटे बच्चों को होता है, बोर्डीटेला पेस्टिस एवं हीमोफाइलस पटुंसिस नामक जीवाणु से होता है। इसके उपचार एंटीबायोटिक एरीथ्रोमाइसिन दवार्इ लाभकारी होती है।
    टिटेनस - यह क्लोस्ट्रीडियम टिटैनी नामक जीवाणुओं से होता है। शरीर के किसी भाग में चोट लगने पर जब घाव बन जाता है तब ये जीवाणु धूलकणों से घाव से शरीर में प्रवेश करते हैं। गर्दन, चेहरे तथा जबड़े की मांसपेशियों में पैरालिसिस हो जाता है व शरीर अकड़ जाता है। यह रोग लॉक्जा (lock-Jaw) नाम से भी जाना जाता है। श्वसन पेशियां भी संकुचित हो जाती हैं जिसके सांस अवरुद्ध हो जाती है। जब भी चोट लगे तो ATS (Antitoxoid Serum) का वैक्सीन जरूर लगवा लेना चाहिए।


You need to login to perform this action.
You will be redirected in 3 sec spinner