Super Exam History The Pacific Structure and Policies of British India Question Bank ब्रिटिश भारत का प्रशानिक ढांचा और नीतिया (1757-1857 ई.)

  • question_answer
    1857 के विद्रोह के बाद ब्रिटिशों ने किन्हें ‘‘लड़ाकू’’ जाति घोषित किया? 1. पठानों      2. गोरखा    3. पंजाबियों

    A) केवल 1

    B) केवल 2 और 3

    C) केवल 1 और 3

    D) उपरोक्त सभी

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर - उपरोक्त सभी व्याख्या - 1857 र्इ. के स्वतंत्रता संग्राम के बाद सेना की भर्ती में जाति, क्षेत्र और धर्म के आधार पर भेदभाव प्रारम्भ हो गया। भेदभाव का आधार यह बताया गया की कुछ ‘लड़ाकू’ जातियां और कुछ ‘गैर-लड़ाकू’ जातियां हैं। अवध, बिहार, मध्य भारत , और दक्षिण भारत के सैनिकों ने ही आरंभ में अंग्रेजों की भारत विजय में सहायता की थी, पर 1857 र्इ. के विद्रोह में उनके भाग लेने के कारण उनको गैर-लड़ाकू घोषित कर दिया गया। अब बड़ी संख्या में उनको सेना में भर्ती करना बंद कर दिया गया। जबकि विद्रोह को कुचलने में सहायता देने वाले पंजाबियों, गोरखों और पठानों को लड़ाकू जाति घोषित किया गया और इनको बड़ी संख्या में सेना में भर्ती किया जाने लगा।


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