Super Exam History The Pacific Structure and Policies of British India Question Bank ब्रिटिश भारत का प्रशानिक ढांचा और नीतिया (1757-1857 ई.)

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    1793 र्इ. में एक विनियम द्वारा जिला कलेक्टर को उसकी न्यायिक शक्तियों से वंचित कर दिया गया और केवल संग्राहक अभिकर्ता बना दिया गया। ऐसे विनियमन का कारण क्या था?

    A) लॉर्ड कार्नवालिस ने महसूस किया कि जिला कलेक्टर की राजस्व संग्रहण की दक्षता, अन्य कायोर्ं के बोझ न रहने से बहुत अधिक बढ़ जाएगी।

    B) लॉर्ड कार्नवालिस ने महसूस किया कि न्यायिक शक्ति अनिवार्य रूप से यूरोपियनों के हाथ में होनी चाहिए, जबकि जिलों में राजस्व संग्रहण का कार्य भारतीयों को सौंपा जा सकता है।

    C) लॉर्ड कार्नवालिस जिला कलेक्टर में संकेंद्रित इतनी विस्तृत शक्ति से सतर्क हो गया था और महसूस करता था कि एक व्यक्ति में इतनी परम शक्ति का होना अवांछनीय है।

    D) न्यायिक कार्य के लिए भारत का गहरा ज्ञान और कानून में अच्छा प्रशिक्षण होना आवश्यक था और लॉर्ड कार्नवालिस महसूस करता था कि जिला कलेक्टर को केवल राजस्व संग्राहक होना चाहिए।

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - लॉर्ड कार्नवालिस जिला कलेक्टर में संकेंद्रित इतनी विस्तृत शक्ति से सतर्क हो गया था और महसूस करता था कि एक व्यक्ति में इतनी परम शक्ति का होना अवांछनीय है। व्याख्या- लार्ड कार्नवालिस ने शक्ति के पृथक्करण सिद्धांत को अपनाते हुए जिला कलेक्टरों की शक्ति को सीमित कर दिया।


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