Super Exam General Studies Art, Culture and Heritage / कला, संस्कृति और विरासत Question Bank प्राचीन भारत में कला-संस्कृति एवं विरासत

  • question_answer
    मध्यकालीन भारत के सांस्कृतिक इतिहास के सन्दर्भ में निम्न कथनों पर विचार कीजिए -                              (IAS 2016) 1. तमिल क्षेत्र के सिद्ध (सित्तर) एकेश्वरवादी थे तथा मूर्तिपिजा की निंदा करते थे। 2. कन्नड़ क्षेत्र के  लिंगायत पुर्नजन्म के सिद्धान्त पर प्रश्न चिन्ह लगाते दे तथा जाति अधिक्रम को अस्वीकार करते थे। उपर्युक्त कथनों में से कौनसा/कौनसे सही है/हैं?

    A) केवल 1

    B) केवल 2

    C) 1 और 2 दोनों

    D) न तो 1 न ही 2

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - 1 और 2 दोनों
    व्याख्या - दक्षिण भारत के सिद्ध एकेश्वरवादी थे। वे मुख्यत: शिव के उपासक थे। परन्तु वे शिव लिंग की उपासना के विरोधी थे। कन्नड़ क्षेत्र के सिद्ध लिंगायत शाखा के जनक बासवान के इस सिद्धांत को मानते थे कि पुनर्जन्म नहींहोता है और जातिप्रथा के भी विरोधी थे। लिंगायत मत भारतवर्ष के प्राचीनतम सनातन हिन्दू धर्म का एक हिस्सा है। इस मत के ज्यादातर अनुयायी दक्षिण भारत में हैं। यह मत भगवान शिव की स्तुति आराधना पर आधारित है।


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