Super Exam General Studies Art, Culture and Heritage / कला, संस्कृति और विरासत Question Bank प्राचीन भारत में कला-संस्कृति एवं विरासत

  • question_answer
    बाणभट्ट किस सम्राट के राजदरबारी कवि थे?

    A) हर्षवर्धन                    

    B) विक्रमादित्य

    C) कुमारगुप्त                   

    D) कनिष्क

    Correct Answer: A

    Solution :

    उत्तर - हर्षवर्धन
    व्याख्या - बाण थानेश्वर के वर्धन वंश के प्रमुख नरेश हर्षवर्धन के प्रमुख दरबारी कवि थे। बाणभट्ट ने हर्षचरित, कादंबरी और पार्वती परिणय के रचना की है।
    टिप्पणी - बाणभट्ट के दो प्रमुख ग्रंथ हैं, जो संस्कृत भाषा में रचित हैं- हर्षचरितम् तथा कादम्बरी। हर्षचरितम्, राजा हर्षवर्धन का जीवन-चरित्र था और कादंबरी सम्भवत: दुनिया का पहला उपन्यास था। बाणभट्ट मे हर्षचरित को, आख्यायिका कहा है। आठ उच्छ्वासों में विभक्त इस आख्यायिका में बाणभट्ट ने स्थाण्वीश्वर के महाराज हर्षवर्धन के जीवन-चरित्र का वर्णन किया है। इसमें हर्षवर्धन के वंश प्रवर्तक पुष्पभूति से लेकर सम्राट हर्षवर्धन के ऊर्जस्व चरित्र का उदात्त वर्णन किया गया है।
    विशेष - हर्षवर्धन ने अपने राजदरबार में सुभाषितवलि के रचयिता मयूर और चीनी विद्वान् ह्वेनसांग को आश्रय प्रदान किया था। जबकि कालीदास संस्कृत भाषा के सबसे महान कवि और नाटककार थे। महाकवि कालिदास विक्रमादित्य के दरबार में थे।


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