Super Exam General Studies Architecture / वास्तु-कला Question Bank प्राचीन भारत / पूर्व मध्यकालीन भारत की क्षेत्रीय स्थापत्य शैलियां (स्थापत्य कला भाग 3)

  • question_answer
     
    गंगैकोंड-चोलपुरम का मन्दिर के संदर्भ में निम्न कथनों में विचार करें -
    1. इस मन्दिर का निर्माण राजेन्द्र प्रथम के शासन काल में हुआ था।
    2. यह मन्दिर आयताकार है।
    3. इसे गर्भगृह, अन्तराल, मण्डप, अर्द्धमण्डप तथा बाहरी भाग आदि भागों में बांटा जा सकता है। उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें

    A) 1 और 2   

    B)           2 और 3

    C)  1 और 3  

    D)           1, 2 और 3

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर -  1, 2 और 3
    व्याख्या - गंगैकोंड-चोलपुरम का मन्दिर का निर्माण राजेन्द्र प्रथम के शासन काल में हुआ था। यह मन्दिर आयताकार है जिसकी भुजाएं 340’ गुणा 100’ हैं। इसका शिखर 150 फीट ऊंचा है। इसे गर्भगृह, अन्तराल, मण्डप, अर्द्धमण्डप तथा बाहरी भाग आदि भागों में बांटा जा सकता है। मन्दिर का विमान 160 फीट ऊंचा है। विमान का आकार पिरामिड का है। इसमें आठ मंजिलें हैं। गर्भगृह वर्गाकार है जिसकी प्रत्येक भुजा 100 फीट 34 की है।


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