Super Exam Chemistry Metallurgy / धातुकर्म Question Bank धातुकर्म

  • question_answer
    स्टिवनाइट अयस्क से कैंसर उपचार की दवार्इ बनाने में उपयोगी एंटीमनी का पृथक्करण किस विधि से किया जाता है?

    A) गुरुत्वीय पृथक्करण विधि

    B) चुंबकीय पृथक्करण

    C) झाग प्लवन विधि

    D) निक्षालन/प्रक्षालन

    Correct Answer: A

    Solution :

    उत्तर - गुरुत्वीय पृथक्करण विधि
    व्याख्या - गुरुत्वीय पृथक्करण विधि - यह विधि अयस्क तथा गैंग कणों के आपेक्षिक घनत्वों के अंतर पर निर्भर करती है। इसी प्रकार के एक प्रक्रम में पीसे हुए अयस्क को ऊपर की ओर बहती हुर्इ जल की तेज धारा से धोया जाता है, जिसके कारण हल्के गैंग के कण जल के साथ अलग होकर उपकरण से बाहर हो जाते हैं तथा भारी अयस्क के कण शेष रह जाते हैं। सामान्यत: ऑक्साइड तथा कार्बोनेट अयस्क इस विधि द्वारा सान्द्रित किये जाते हैं। जबकि द्रवण प्रक्रिया में ऐसे अयस्क जिनका द्रवणक का मान कम होता है उन्हें ढाल वाली सतह पर द्रवणन से थोड़ा अधिक ताप पर गर्म करते जिससे अयस्क पिघल जाता है और अशुद्धि से अलग हो जाता है यह विधि स्टिवनाइट अयस्क से एंटीमनी प्राप्त किया जाता है।


You need to login to perform this action.
You will be redirected in 3 sec spinner