A) दीवान-ए-बंदगान - फिरोज तुगलक
B) दीवान-ए-मुस्तखराज बलबन
C) दीवान-ए-कोही - अलाउद्दीन खिलजी
D) दीवान-ए-अर्ज - मुहम्मद तुगलक
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - दीवान-ए-बंदगान - फिरोज तुगलक व्याख्या - मुहम्मद बिन तुगलक ने संकट की स्थिति में कृषकों को सहायता प्रदान करने के लिए केंद्र में कृषि विभाग (दीवान-ए-कोही) की स्थापना की। दीवान-ए-अर्ज (सैनिक विभाग) की स्थापना बलबन ने की थी। दीवान-ए-बंदगान विभाग का गठन फिरोजशाह तुगलक ने किया। यह विभाग दासों की देखरेख करता था। फिरोज के शासनकाल में दासों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई। अफीफ के लेखानुसार राजधानी तथा प्रांतों में दासों की संख्या बढ़कर 1 लाख 80 हजार हो गई। अलाउदीन खिलजी ने राजस्व व्यवस्था से भ्रष्टाचार और लूट को समाप्त करने के लिए एक नए विभाग दीवान-ए-मुस्तखराज की व्यवस्था की।You need to login to perform this action.
You will be redirected in
3 sec