Super Exam Biology Reproduction and Endocrine System / प्रजनन और अंत: स्रावी प्रणाली Question Bank जीवों में जनन एवं मानव जीवन

  • question_answer
    मादा जनन पथ में पहुंचने के पश्चात, मानव शुक्राणु अपनी निषेचन क्षमता सुरक्षित रखते हैं -                                         (UPPCS 2010)

    A) दो मिनट के लिए         

    B) बीस मिनट के लिए

    C) नब्बे मिनट के लिए      

    D) एक से दो दिनों के लिए

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर - एक से दो दिनों के लिए
    व्याख्या - नर युग्मकजनन या शुक्राणुजनन - वृषण में नरयुग्मक अर्थात शुक्राणु के बनने की क्रिया को शुक्राणुजनन (Spermatogenesis) कहते हैं। मनुष्य में शुक्राणुजनन की क्रिया 11-13 वर्ष आयु के पुरुष के वृषण की शुक्राणुजनन नलिकाओं में प्रारंभ होती है। शुक्राणुजनन नलिका (Semniferous Tubules) की जनन कोशिकायें मिओसिस द्वारा विभाजित होकर शुक्राण गुओं का निर्माण करती है। मादा जनन पथ में पहुंचने के पश्चात शुक्राणु की निषेचन क्षमता सामान्यत: 72 घंटों (अधिकतम) तक सुरक्षित रहती है।


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