Super Exam Biology Reproduction and Endocrine System / प्रजनन और अंत: स्रावी प्रणाली Question Bank जीवों में जनन एवं मानव जीवन

  • question_answer
    निम्नलिखित में से कौन-सी कला परिवर्तनशील भ्रूण की शुष्कन से रक्षा करती है?         (UPSC1995)

    A) उल्व (Amnion)

    B) अपरापोषिका

    C) जरायु (Chorion)

    D) पीतक कोश (yolk sac membrane)

    Correct Answer: A

    Solution :

    उत्तर - उल्व (Amnion) 
    व्याख्या - भ्रूण के बाहर की ओर चार प्रकार की विशिष्ट झिल्लियां पायी जाती हैं, जिनमें से एक आगे चलकर प्लैसेन्टा का निर्माण करती है। उल्व - एक पतली, द्रव युक्त संरचना है। जो बाह्य मीसोडर्म तथा आन्तरिक एण्डोडर्म के मिलने से भ्रूण के ऊपर बनने वाली झिल्ली के रूप में स्थित होती है। यह द्रव युक्त एम्नियोटिक गुहा के रूप में भ्रूण को चारों तरफ से घेरने का कार्य करता है। भ्रूण तथा उल्व के बीच का स्थान एम्निओटिक गुहा कहलाता है। यह झिल्ली भ्रूण को शुष्कन (Dehydration) तथा आघातों (श्रमता) से बचाती है तथा उसके लिए गद्दे (Cushion) की तरह कार्य करती है।
    अपरापोषिका (Allantois) - यह बाह्य मीसोडर्म तथा आन्तरिक एण्डोडर्म के मिलने से बनती है तथा भ्रूण के पश्च आहारनाल से विकसित होती है। यह मूत्राशय के समान कार्य करती है तथा प्रोटीन विघटन के हानिकारक उत्पादों को अपने पास संगृहित करके रखती है। यह भ्रूण को ऑक्सीजन की आपूर्ति से संबंधित है।


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