Super Exam Geography Climate / जलवायु Question Bank जलवायु एवं जलवायु प्रदेश

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    यह सन्देह है कि ऑस्ट्रेलिया में हाल में आर्इ बाढ ‘ला-नीना’ के कारण आर्इ थी। ‘ला-नीना’, ‘अल-नीनो’ से कैसे भिन्न है? (lAS 2015)
    1. ‘ला-नीना’ विषुवतीय हिन्द महासागर में समुद्र के असाधारण रूप से ठण्डे तापमान से चरित्रित होता है, जबकि ‘अल-नीनो’ विषुवतीय प्रशान्त महासागर में समुद्र के असाधारण रूप से गर्म तापमान से चरित्रित होता है।
    2. ‘अल-नीनो’ का भारत के दक्षिण-पश्चिमी मानसून पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, किन्तु ‘ला-नीना’ का मानसूनी जलवायु पर कोर्इ प्रभाव नहीं पड़ता।
    उपरोक्त कथनों में कौन-सा/से कथन सही है/हैं?

    A)        केवल 1

    B) केवल 2

    C) 1 और 2

    D) न तो 1 न ही 2

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर - न तो 1 न ही 2
    व्याख्या - उपरोक्त दोनों कथन असत्य हैं।
    दक्षिण अमेरिकी देशों पेरू एवं इक्वाडोर के समुद्री मछुआरों द्वारा प्रतिवर्ष दिसम्बर माह के. आस-पास प्रशांत महासागरीय धारा के तापमान में होने वाली वृद्धि को अल-नीनो कहा जाता था। अर्थात् अल-नीनो प्रशांत महासागर में पेरू के निकट समुद्री तट के गर्म होने की घटना है।
    ला नीना, प्रशांत महासागर में पानी के ठंडे होने की प्रक्रिया है, अत: इसे ‘एंटी-अल-निनो’ भी कहा जाता है। यह घटना सामान्यत: अल-नीनो के बाद होती है।
    अल-नीनो में समुद्र की सतह का तापमान बहुत अधिक बढ़ जाता है जबकि ला-नीना में समुद्री सतह का तापमान बहुत कम हो जाता है।
    भारत के लिए, दक्षिण-पश्चिम मानसून पर अल-नीनो के प्रतिकूल प्रभाव पड़ते हैं। दूसरी ओर, ला-नीना भारत के मानसून के लिए फायदेमंद होता है। भारत में अल-नीनो के कारण सूखे की स्थिति उत्पन्न होती है, जबकि ला-नीना के कारण अत्यधिक बारिश होती है।


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