Super Exam History The Gupta Empire Question Bank गुप्तोत्तर काल

  • question_answer
    ^’प्रतापशील’, ‘हुण हरिण केसरी’, ‘महाराजाधिराज’ नामक उपाधियां निम्न में से किसकी थी?

    A) नरवर्द्धन

    B) प्रभाकरवर्द्धन

    C) राज्यवर्धन

    D) आदित्यवर्धन

    Correct Answer: B

    Solution :

    उत्तर - प्रभाकरवर्द्धन व्याख्या - प्रभाकरवर्द्धन एक शक्तिशाली राजा था। प्रभाकरवर्धन ने अपने समकालीन विविध शक्तियों को नतमस्तक कर परमभट्टारक एवं महाराजाधिराज जैसी उपाधियां सार्थक कर  दी। उसकी उपलब्धियों का विवरण बाण के हर्षचरित में इस प्रकार से मिलता है - वह हूण रूपी हरिन के लिये सिंह, सिन्धु देश के राजा के लिये ज्वर, गुर्जर को चैन से न सोने देने वाला, गंधराज रूपी मस्त हाथी के लिये जलता हुआ बुखार, लाट देश की चालाकी का अंत करने वाला, मालवा देश की लक्ष्मीरूपी लता को काट देने वाली कुठार के समान था। इस प्रकार वह ‘प्रतापशील, हुण हरिण केसरी’, जैसे नाम से भी जाना जाता था।


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