Super Exam History Delhi Sultnat (Gulam, Khilji, Tughlak, Sayyed, Lodhi) Question Bank खिलजी वंश (1290-1320 ई.)

  • question_answer
    ‘‘शहीद सुल्तान के कटे हुए मस्तक से अभी रक्त टपक ही रहा था कि, शाही चंदोबा के सिर पर रखा गया और उसे सुल्तान घोषित कर दिया गया।’’ यह कथन किस शासक के संदर्भ में कहा गया है?

    A) फिरोज खिलजी

    B) महमूद खिलजी

    C) अलाउद्दीन खिलजी

    D) इनमें से कोई नहीं

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - अलाउद्दीन खिलजी व्याख्या -1296 ई. में अली गुर्शास्प (अलाउद्दीन खिलजी) ने सुल्तान की अनुमति लिये बिना ही देवगिरि के शासक रामचंद्रदेव पर आक्रमण कर बड़ी मात्रा में धन लूटा। सुल्तान से क्षमा मांगने व धन सौंपने के बहाने अली गुर्शास्प ने अवध में अपने विश्वास पात्र इख्तियारुद्दीन हूद की मदद से सुल्तान की हत्या करवा दी तथा स्वयं सुल्तान बन गया। अलाउद्दीन खिलजी के राज्याभिषेक पर बरनी का कथन है कि, “शहीद सुल्तान (फिरोज खिलजी) के कटे मस्तष्क से अभी रक्त टपक ही रहा था कि, शाही चंदोबा अलाउद्दीन खिलजी के सिर पर रखा गया और उसे सुल्तान घोषित कर दिया गया।’’


You need to login to perform this action.
You will be redirected in 3 sec spinner