Super Exam Chemistry Hydrocarbons / हाइड्रोकार्बन Question Bank कार्बनिक रसायन, हाइड्रोकार्बन एवं ईंधन

  • question_answer
    ऑटोमोबाइल इंजनों में प्रतिहिम के रूप में निम्नलिखित में किसका प्रयोग किया जाता है?   (UPSC 1997)

    A) प्रोपिल एल्कोहल

    B) ऐथेनॉल

    C) मेथेनॉल

    D) एथिलीन ग्लाइकोल

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर - एथिलीन ग्लाइकोल
    व्याख्या - एथिलीन ग्लाइकोल (ऐथेन-1, 2-डाइऑल ) का रासायनिक सूत्र \[HOC{{H}_{2}}C{{H}_{2}}OH\] है। इसका उपयोग अत्यधिक कम तापमान में ऑटोमोबाइल इंजन का शीतलन (इंजन में र्इंधन को जमने से रोकना) से बचाने के लिए प्रतिशीतलक (anti freezing agent) की तरह किया जाता है। प्रतिशीतलक मिश्रण का उपयोग ठण्डे प्रदेशों में हिमांक बिन्दु को कम करने के लिए किया जाता है।
    मेथेनॉल (\[C{{H}_{2}}OH\])- इसे पहले लकड़ी के भंजन आसवन से बनाया जाता था, अत: इसे ‘काष्ठ स्प्रिट’ या ‘काष्ठ नेफ्था’ भी कहते हैं । विन्टरग्रीन का तेल में यह मेथिल सैलिसिलेट के रूप में उपस्थित रहता है। मेथेनॉल के गुण- मेथेनॉल एक रंगहीन द्रव है, इसमें तीक्ष्ण शराब जैसी गंध एवं जलने जैसा स्वाद होता है। यह जल में सभी अनुपात में विलेय होता है। यह विषैला द्रव है जिसके कारण अंधापन आता है। यह एक अच्छा विलायक है। मेथेनॉल का उपयोग परिशोधित स्प्रिट के विकृतिकरण में, फॉर्मेल्डिहाइड एवं फॉर्मेलीन के निर्माण में, पेन्ट्स, वार्निश के लिए विलायक के रूप में, मेथिल सैलिसिलेट । एवं मेथिल एन्थ्रानिलेट बनाने में, जिनका उपयोग परफ्यूम उद्योगों में किया जाता है।


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