Super Exam General Studies Architecture / वास्तु-कला Question Bank इंडो-इस्लामिक / दिल्ली सल्तनत वास्तुकला (स्थापत्य कला भाग 4)

  • question_answer
    गुलाम वंश वास्तुकला के संदर्भ में निम्न कथनों में विचार करें
    1. कुतुबमीनार की प्रथम तीन मंजिल पत्थर की हैं।
    2. सिकंदर लोदी ने इस मीनार को ध्वस्त किया था।
    3. इल्तुतमिश के समय में इसका निर्माण कार्य पूर्ण हुआ।
    4. फिरोज तुगलक ने इसकी मरम्मत कराई थी । उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें

    A) 1 और 4

    B) 2 और 3

    C) 1, 2 और 3

    D) 1, 3 और 4

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर - 1, 3 और 4
    व्याख्या - कथन 2 असत्य है शेष सभी कथन सत्य है –
    कुतुब मीनार दिल्ली से 12 मील की दूरी पर महरौली में स्थित है। कुतुबुद्दीन ऐबक तथा इल्तुतमिश ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के अनुयाई थे। उनकी पुण्य स्मृति में इन्होंने कुतुब मीनार का निर्माण कराया।
    कुतुबमीनार की प्रथम तीन मंजिल पत्थर की हैं जिनका बाहरी आवरण सफेद पत्थर का है।
    कुतुबुद्दीन ऐबक ने इसका निर्माण कार्य 1192-93 ईसवी में प्रारंभ कराया। उल्लेखनीय है कि कतूबूद्दीन ऐबक उस समय गौरी के सेनापति रुप में था। उसकी योजना 4 मंजिलों की 225 फीट ऊंची मीनार बनवाने की थी। नीचे की परिधि 48 फीट है। ऊपर तक परिधि कम होती गई है।
    इल्तुतमिश के समय में इसका निर्माण कार्य पूर्ण हुआ।
    तूफान के कारण जब मीनार को क्षति पहुंची थी तो फिरोज तुगलक ने इसकी मरम्मत कराई थी।
    1503 ईसवी में सिकंदर लोदी ने भी इसकी मरम्मत कराई थी।


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