Super Exam General Studies Architecture / वास्तु-कला Question Bank इंडो-इस्लामिक / दिल्ली सल्तनत वास्तुकला (स्थापत्य कला भाग 4)

  • question_answer
    तुगलक वास्तुकला के संदर्भ में निम्न कथनों में विचार करें -
    1. छप्पनकोट नामक दुर्ग की दीवारें मिस्त्र के पिरामिडों की तरह झुकी हुई थीं।
    2. इब्नबतूता के अनुसार तुगलकाबाद का राजमहल “सूर्य के प्रकाश में इतना चमकता था कि कोई भी व्यक्ति इसे टकी बांध कर नहीं देख पाता था।”
    उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें

    A) केवल 1

    B) केवल 2

    C) 1 और 2

    D) न तो 1 न ही 2

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - 1 और 2
    व्याख्या - उपर्युक्त दोनो कथन सत्य हैं। तुगलकाबाद का निर्माण गयासुद्दीन तुगलक ने दिल्ली के पास ऊंची पहाड़ियों पर करवाया था। उसने इसमें एक दुर्ग (छप्पन कोट) का निर्माण भी करवाया। नगर में प्रवेश के लिए 52 दरवाजे बनाए गए तथा यहां के सुन्दर राजमहल में जनाना खाना, तहखाना, बरामदा आदि का निर्माण करवाया गया। इब्नबतूता के अनुसार ‘राजमहल सूर्य के प्रकाश में इतना चमकता था कि कोई भी व्यक्ति इसे टकी बांध कर नहीं देख पाता था।’


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