Super Exam Geography Endogenous Forces and Natural Phenomena / अंतर्जात बल एवं प्राकृतिक घटनाएं Question Bank अंतर्जात बल एवं प्राकृतिक घटनाएं

  • question_answer
    निम्न में से कौन केन्द्रीय विस्फोटक उदगार ज्वालामुखी का उदाहरण नहीं है?

    A) स्ट्राम्बोली तुल्य

    B) हवार्इयन तुल्य

    C) वल्कैनो तुल्य

    D) इनमें से कोर्इ नहीं

    Correct Answer: D

    Solution :

    उत्तर - इनमें से कोर्इ नहीं
    व्याख्या - स्ट्राम्बोली, हवार्इयन, वल्कैनो, हवार्इयन केन्द्रीय विस्फोटक प्रकार का ज्वालामुखी के उदाहरण है। अत: विकल्प सही उत्तर है। वस्तुत: ज्वालामुखी उदगार की विस्फोटकता के आधार में ज्वालामुखी के मुख्यत: 2 प्रकार होते है -
    वह स्थिति जब ज्वालामुखी प्रक्रिया केंद्रीय मुख से भारी विस्फोट के साथ होती है तो उसे केन्द्रीय विस्फोटक प्रकार का ज्वालामुखी कहते हैं। उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय उदगार विनाशात्मक प्लेटों के किनारों के सहारे होता है।
    जबकि भू-गर्भिक हलचलों से भू-पर्पटी की चट्टानों में उत्पन्न दरार से लावा धरातल पर प्रवाहित होने लगता है, जिसे शांत दरार प्रकार का ज्वालामुखी कहते हैं। यह प्रक्रिया रचनात्मक प्लेटों के माध्यम से होती है।
    विशेष -
    पीलियन तुल्य ज्वालामुखी - इस प्रकार के ज्वालामुखी में उदगार विस्फोटक तथा विध्वसंकारी होते हैं। इस ज्वालामुखी मे लावा उदगार ज्वालामुखी शंकु को तोड़ते हुए होता है। इसका कारण यह है कि इससे निकलने वाले लावा में सिलिका की मात्रा अधिक होती है। ज्ञात हो कि सिलिका की मात्रा अधिक होने से निकलने वाला लावा अम्लीय और चिपचिपा होता है। - उदाहरण-क्राकाटाओ ज्वालामुखी (सुण्डा जलडमरूमध्य) और माउन्ट ताल ज्वालामुखी (फिलीपींस)।
    स्ट्राम्बोली तुल्य ज्वालामुखी - इस ज्वालामुखी उदगार में सिलिका की मात्रा कम होने से अमलीयता मात्रा भी कम रहती है। जिसके परिणामस्वरूप सामान्यत: इस ज्वालामुखी में विस्फोट बहुत कम या नहीं के बराबर होता है।
    हवार्इयन तुल्य ज्वालामुखी - इस प्रकार के ज्वालामुखी में सिलिका की मात्रा 45% से भी कम होने से निकलने वाला लावा द्रवीय रूप में व क्षारीय होता है। जिससे यह दूर तक फैलकर जमा हो जाता है। इसे निर्मित शंकु कम ऊंचार्इ वाले किन्तु विस्तारयुक्त होते हैं।
    वल्कैनो तुल्य ज्वालामुखी - इसमें अम्लीय एवं क्षारीय दोनों प्रकार के लावा का निष्कासन होता है। इस ज्वालामुखी की एक अद्वितीय विशेषता यह है कि गैसों के अत्यधिक निष्कासन के कारण प्राय: ‘फूलगोभी के आकार’ में ज्वालामुखी मेघ दूर तक छा जाते हैं।


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