शाह आलम द्वितीय के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये- |
1. इसे बक्सर की लड़ाई के बाद कंपनी का पेंशन भोगी बनकर इलाहाबाद में रहना पड़ा। ऽ |
2. इसे अपने वजीर से आक्रमण का भय था, जिस कारण अपने शासन के आरम्भिक वर्षों में यह राजधानी से दूर ही रहा। |
उपर्युक्त कथनों में से कौन-साध्से सही है/हैं? |
A) 1 और 2 दोनों
B) केवल 2
C) केवल 1
D) न तो 1 और न ही 2
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - 1 और 2 दोनों व्याख्या - शाहआलम द्वितीय को अपने वजीर से आक्रमण का भय था। अतः ये अपने शासन के आरंभ के वर्षों में अपनी राजधानी से दूर एक स्थान से दूसरे स्थान घूमता रहा। उसने 1764 ई. में बंगाल के मीर कासिम और अवध के शुजाउद्दौला के साथ मिलकर अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ बक्सर की लड़ाई में हिस्सा लिया, इसमें अंग्रेजों से हार जाने के बाद वह कई वर्षों तक इलाहाबाद में ईस्ट इंडिया कंपनी का पेंशन भोगी बना रहा। वह 1772 ई. में मराठों के संरक्षण में ब्रिटिश आश्रय छोड़कर दिल्ली लौटा, परंतु अंग्रेजों ने 1803 ई. में दिल्ली पर कब्जा कर लिया। तब से लेकर 1857 ई. तक जब मुगल वंश अंतिम रूप से खत्म हो गया, मुगल बादशाह अंग्रेजों के लिये केवल राजनैतिक मोहरा बने रहे।You need to login to perform this action.
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