हस्तशिल्प कला के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार करें - |
1. चिकनकारी मूलत: लखनऊ की कला है। |
2. जरदोजी में कढ़ार्इ त्रि-आयामी की जाती है। उपरोक्त. में से सत्य कथनों का चुनाव करें |
A) केवल 1
B) केवल 2
C) 1 और 2
D) न तो 1 न ही 2
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - 1 और 2 |
व्याख्या - हाथ से बेहद बारीक और खूबसूरत कढ़ार्इ को चिकनकारी कहते हैं। चिकनकारी उत्तर प्रदेश के हस्तशिल्प में सबसे महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यह मूलत: लखनऊ की कला है, जिसकी ख्याति विदेशों तक है। मूलत: यह शिफॉन, मलमल, ऑर्गजा, ओरगंडी और रेशम पर की जाती है। जरदोजी एक ऐसी कला है जिसमें कढ़ार्इ त्रि-आयामी की जाती है। वाराणसी का जरी का काम विश्व भर में प्रसिद्ध है। उत्तर प्रदेश के कर्इ क्षेत्रों में मिट्टी के बर्तन और धातुओं के उत्पाद भी बड़े पैमाने पर बनते हैं। |
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