A) हिपेरिन और \[C{{a}^{2+}}\]आयन
B) \[C{{a}^{2+}}\] आयन और पट्टिका (प्लेटलेट्) कारक
C) ऑक्सेलेट और साइट्रेट
D) पट्टिका कारक और हिपेरिन
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - \[C{{a}^{2+}}\]आयन और पट्टिका (प्लेटलेट्) कारक |
व्याख्या - सामान्यत: मानव रक्त, रक्त वाहिनी में नहीं जमता लेकिन दुर्घटना के समय चोट लगने पर क्षतिग्रस्त रक्त वाहिका से रक्त बहने लगता है, तो उसमें उपस्थित प्लेटलेट्स क्षतित ऊतकों की सहायता से थ्रोम्बोप्लास्टिन नामक पदार्थ स्त्राव करती हैं। थ्रोम्बोप्लास्टिन एवं \[C{{a}^{2+}}\]आयन की उपस्थिति में रुधिर में उपस्थित प्रोथ्रोम्बिन नामक पदार्थ थ्रोम्बिन में रूपान्तरित होता है। फिर थ्रोम्बिन प्लाज्मा में उपस्थित फाइब्रिनोजन को उत्प्रेरित करता है और उसे फाइब्रिन नामक अघुलनशील तंतुओं में बदल देता है। अंत मे फाइब्रिन के तंतु एक सघन जाल का निर्माण करते हैं जिसमें रुधिर कणिकाएं फंस जाती हैं और रक्त का थक्का बन जाता है। |
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