Super Exam General Studies Dance and Music / नृत्य और संगीत Question Bank लोकसंगीत, चित्रपट संगीत एवं भजन गीत (संगीत कला भाग 3)

  • question_answer
    “रामा” शब्द किस लोकगीत में अनिवार्य रूप से सुनने को मिलता है?                                            (UPPSC 2004)

    A) कजरी                                       

    B) चैती

    C) लंगुरिया                    

    D) दीना - भदरी  

    Correct Answer: B

    Solution :

    उत्तर - चैती
    व्याख्या - चैती उत्तर प्रदेश का, चैती माह पर केंद्रित लोक-गीत है। चैती के महीने में गाए जाने वाले इस राग का विषय प्रेम, प्रकृति और होली रहते है। चैती श्री राम के जन्म का भी माह है अत: इस गीत की हर पंक्ति के बाद सामान्य: रामा शब्द लगाया जाता है।
     उदाहरण -
    चढ़त चइत चित लागे ना रामा।
    बाबा के भवनवा ,बीर बमनवा सगुन विचारो।।
    कब होइ हैं पिया से मिलनवा हो रामा ।
    चढ़ल चइत चित लागे ना रामा।।
    लांगुरिया - करौली की कैला देवी की आराधना में गाये जाने वाले भक्तिगीत लांगुरिया कहलाते हैं।
    कजरी - बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश की कजरी लोकगायन की वह शैली है जिसमें परदेस कमाने गए पुरुषों की अकेली रह गई स्त्रियां अपनी विरह-वेदना और अकेलेपन का दर्द व्यक्त करती हैं। नव विवाहिताएं कजरी के माध्यम से मायके में छूट गए रिश्तों की उपेक्षा की वेदना प्रकट करती हैं। स्त्रियों द्वारा समूह में गाए जाने वाली कजरी को ढुनमुनिया कजरी कहते है। विंध्य क्षेत्र में गाई जाने वाली मिर्जापुरी कजरी में सखी-सहेलियों, भाभी-ननद के आपसी रिश्तों की मिठास और खटास के साथ सावन की मस्ती का रंग घुला होता है।


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