A) गामा किरणे
B) बीटा किरणे
C) अल्फा किरणे
D) उपर्युक्त सभी
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - अल्फा किरणे |
व्याख्या - अल्फा किरणें (\[\alpha \]-Rays) |
ये धन आवेशित अल्फा कणों का समूह हैं, एक अल्फा कण में 2 प्रोटॉन एवं 2 न्यूट्रॉन विद्यमान होते हैं। ये कण हीलियम नाभिक (\[_{2}H{{e}^{4}}\]) होते हैं। |
विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र से गुजरने पर अल्फा किरणें ऋणात्मक ध्रुव की गति करती हैं। |
अल्फा किरणों का वेग प्रकाश के वेग की तुलना में लगभग 1/10 वें भाग के बराबर होता है। |
अल्फा किरणों की गतिज ऊर्जा अधिक होती है क्योंकि इनका द्रव्यमान अधिक होता है। लेकिन भेदन क्षमता (Penetrating Power) कम होती है। |
ये किरणें त्वचा को भेद नही सकती लेकिन उच्च आयनीकरण क्षमता होने के कारण सजीव कोशिकाओं को नष्ट करने में या गम्भीर रूप से क्षतिग्रस्त करने की क्षमता रखती हैं। |
विशेष - बीटा किरणें (\[\beta \]- Rays) |
ये किरणें उच्च ऊर्जा वाले इलेक्ट्रॉनों से मिलकर बनी होती है। ये ऋणावशित होती है परन्तु इनका द्रव्यमान बहुत ही कम होता है। |
विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र से गुजरने पर ये किरणें धनात्मक ध्रुव की ओर गति करती हैं। |
बीटा किरणों का वेग प्रकाश के वेग की तुलना में 9/10 वें भाग के बराबर वेग होता है। |
बीटा किरणों की गतिजऊर्जा कम होती है क्योंकि इनका द्रव्यमान कम (हाइड्रोजन का 1/1840) होता है, लेकिन अल्फा - किरणों की तुलना में इनकी भेदन क्षमता लगभग 100 गुना ज्यादा होती है। |
बीटा किरणों की आयनीकरण क्षमता कम होने के कारण, ये किरणे त्वचा को भेदने में सक्षम होती हैं जिससे ये सजीव कोशिकाओं को नष्ट करने के गुण रखती हैं। |
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