A) 1570
B) 1578
C) 1581
D) 1582
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - 1582 |
व्याख्या - दीन-ए-इलाही 1582 ईसवी में मुगल सम्राट अकबर द्वारा प्रारंभ एक समरूप धर्म था, जिसमें सभी धर्मों के मूल तत्वों को डाला, इसमे मुख्यत: हिंदू एवं इस्लाम धर्म थे। कहा जाता हैं कि अकबर के अलावा केवल राजा बीरबल ही मृत्यु तक इस के अनुयायी थे। अकबर के पश्चात केवल 11 लोगों ने ये धर्म को अपनाया, इसमें से एक बीरबल भी थे। दीन-ए इलाही ने नैतिकता, पवित्रता और दया पर जोर दिया। सूफी इस्लाम की तरह ही यह ईश्ववर के लिए तड़प को आध्यात्मिकता की प्रमुख विशेषता मानता है। कैथोलिक धर्म की तरह ही ब्रह्मचर्य को एक गुण माना गया और जैन धर्म की तरह ही इसने जानवरों की हत्या की निंदा की। अपने अनुष्ठान के रूप में एस, यह पारसी धर्म से भारी उधार, आग और दिव्य पूजा की सूरज वस्तुओं बना रही है। |
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