A) बौद्ध धर्म
B) हिंदू धर्म
C) जैन धर्म
D) इस्लाम
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - जैन धर्म |
व्याख्या - जैन धर्म में ईश्वर की कल्पना नहीं की गई है। जैन दर्शन में कहा गया है कि इस जगत को न किसी ने बनाया है न ही कभी इस की शुरुआत हुई है और न ही कभी इसका अंत होगा। यह जगत अनादि-अनंत है। कोई ईश्वर या परमात्मा नहीं है जो इस जगत को चलाता हो। यह जगत स्वयं संचालित है। यह अपने नियम से चलता है। यह जगत जिन मूल-तत्वों से बना है, उन तत्वों में ही अनंत शक्ति, गुण और स्वभाव है जो स्वत: काम कर रहे हैं। |
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