A) 1892 का अधिनियम
B) 1858 का अधिनियम
C) 1853 का अधिनियम
D) 1909 का अधिनियम
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - 1892 का अधिनियम व्याख्या - 1857 की क्रांति के फलस्वरूप भारतीयों में पनपी राष्ट्रीयता, 1885 में कांग्रेस की स्थापना तथा इल्बर्ट बिल विवाद आदि घटनाओं ने अंग्रेजों को 1892-भारत परिषद अधिनियम पारित करने पर बाध्य कर दिया। इस अधिनियम का निर्माण विधानपरिषदों के विस्तार एवं उन्हें अधिक शक्तिशाली बनाने के उद्देश्य किया गया। विशेष- इस अधिनियम का सबसे महत्वपूर्ण प्रधान चुनाव पद्धति की शुरुआत करना था। यद्यपि चुनाव शब्द का प्रयोग अधिनियम में नहीं किया गया था। किंतु इस अधिनियम में केंद्रीय और प्रांतीय विधान परिषद में गैर सरकारी सदस्यों के लिए एक सीमित और परोक्ष चुनाव प्रक्रिया का प्रधान किया। केंद्रीय एवं प्रांतीय विधानपरिषदों का विस्तार किया गया तथा उनमें 8 से 20 नए सदस्यों की नियुक्ति की गर्इ। इन नए सदस्यों में से 40% गैर सरकारी होते थे। किंतु इन परिषदों में बहुमत सरकारी सदस्यों का ही रहता था। विधान परिषद को प्रश्न पूछने व बजट पर बहस करने का अधिकार सीमित रूप से दिया गया।You need to login to perform this action.
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