A) शिखर
B) गर्भगृह
C) आमलक
D) गोपुरम
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - शिखर |
व्याख्या - नागर शैली में शिखर सामान्य रूप से तीन प्रकार के होते थे: |
(i) लतिन या रेखा-प्रसाद: इनका आधार वर्गाकार होता था और शीर्ष पर स्थित बिन्दु की ओर दीवारें अन्दर की ओर वक्रित हो जाती थी। |
(ii) फमसाना- इस प्रकार के शिखर का आधार अधिक चौड़ा होता था और लतिन की अपेक्षा इनकी ऊंचाई कम होती थी। |
(iii) वल्लभी -इनका आधार आयताकार होता था और छतें गुंबदाकार प्रकोष्ठ का निर्माण करती थी। जिन्हें अर्द्ध-गोलाकार छतें भी कहा जाता था। |
टिप्पणी - ओडिशा, खजुराहो और सोलंकी, नागर शैली की उप-शैलियां हैं। गर्भगृह के चारों ओर प्रदक्षिणा पथ होता था जो ढंका हुआ होता था। मंदिर परिसर चहारदीवारी से घिरा नहीं होता था और प्रवेश द्वार भी नहीं होता था। |
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