Super Exam General Studies Sculpture in India / भारत में मूर्तिकला Question Bank प्राचीन भारत में मूर्तिकला (मूर्तिकला भाग 1)

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    धर्मचक्र मुद्रा के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार करें -
    1. इस मुद्रा में दोनों हाथों को सीने के सामने रखा जाता जाता है।
    2. बायें हाथ का हिस्सा अंदर की ओर जबकि दायें हाथ का हिस्सा बाहर की ओर रखा जाता है। उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें

    A) केवल 1

    B) केवल 2

    C) 1 और 2

    D) न तो 1 न ही 2

    Correct Answer: C

    Solution :

    उत्तर - 1 और 2
    व्याख्या - धर्मचक्र मुद्रा “धर्म चक्र के ज्ञान” के संकेत के रूप में भी जाना जाता है। यह बुद्ध के जीवन के सबसे महत्वपूर्ण क्षणों में से एक है। उन्होंने धर्मचक्र मुद्रा का सर्वप्रथम प्रदर्शन ज्ञान प्राप्ति के बाद सारनाथ में अपने पहले धर्मोपदेश में किया था। इस मुद्रा में दोनों हाथों को सीने के सामने रखा जाता जाता है तथा बायें हाथ का हिस्सा अंदर की ओर जबकि दायें हाथ का हिस्सा बाहर की ओर रखा जाता है।


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