राजा राम मोहन राय के संदर्भ में नीचे दिये गए कथनों में विचार कीजिए - |
1. उन्होंने सती प्रथा के विरुद्ध सामाजिक आंदोलन चलाया। |
2. उन्होंने मूर्तिपूजा और निरर्थक धार्मिक कृत्यों के प्रचलन का विरोध किया। |
3. उन्होंने एकेश्वरवाद का समर्थन किया। |
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं? |
A) केवल 1 और 2
B) 1, 2 और 3
C) केवल 3
D) केवल 2 और 3
Correct Answer: B
Solution :
उत्तर - 1, 2 और 3 |
व्याख्या - राजा राम मोहन राय मानते थे कि सभी प्रमुख प्राचीन हिन्दू धर्मग्रंथों ने एकेश्वरवाद की शिक्षा दी है। उन्होंने एकेश्वरवाद के समर्थन में कर्इ पुस्तक-पुस्तिकाएं भी लिखीं। राजा राममोहन राय महिलाओं के समर्थक थे। उन्होंने सती प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध आजीवन संघर्ष किया। इन्हीं के प्रयासों के फलस्वरूप ही विलियम बैंटिक ने सती प्रथा को गैरकानूनी घोषित किया। राजा राम मोहन राय ने जीवन भर बंगाल के हिन्दुओं में प्रचलित धार्मिक और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ मजबूती से संघर्ष चलाया। |
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