A) कॉपर का अयस्क
B) कॉपर की मिश्र धातु
C) शुद्ध कॉपर
D) 1-2% अशुद्धि युक्त कॉपर
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - 1-2 % अशुद्धिं युक्त कॉपर |
व्याख्या - तांबे का निष्कर्षण मुख्यत: कॉपर पायराइट्स अयस्क से किया जाता है। कॉपर पायराइट्स अयस्क का सांद्रण झाग प्लवन विधि द्वारा किया जाता है। फफोलेदार तांबा में अशुद्धि उपस्थित रहती है। अत: इसे अशुद्ध तांबा भी कह सकते है। इसके समूह पर फफोले होते हैं। यह लगभग 98% शुद्ध होता है। द्रवित तांबे को धीरे-धीरे ठंडा करने पर \[S{{O}_{2}}\]गैस बाहर निकलने के कारण वह फफोलेदार हो जाता है। |
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