Super Exam Chemistry Chemistry in Everyday Life / दैनिक जीवन में रसायन Question Bank दैनिक जीवन में रसायन

  • question_answer
    कथन-कैलोरी के नियन्त्रण के लिए खाद्य पदाथोर्ं में कृत्रिम मधुरक मिलाए जाते हैं। कारण-अधिकतर मधुरक शरीर में उपापचयित नहीं होते।

    A) कथन और कारण दोनों सही है और कारण कथन का सही स्पष्टीकरण है।

    B) कथन और कारण दोनों सही कथन है परन्तु कारण कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है।

    C) कथन और कारण दोनों ही गलत कथन हैं।

    D) कथन सही है परन्तु कारण गलत है।

    Correct Answer: A

    Solution :

    उत्तर- कथन और कारण दोनों सही है और कारण कथन का सही स्पष्टीकरण है।
    व्याख्या : कृत्रिम मधुकर (Artificial sweetener agents) - प्राकृतिक मधुरक जैसे- सूक्रोस, ग्रहण की गर्इ कैलोरी बढ़ाते हैं इसलिए बहुत से लोग कृत्रिम मधुरक प्रयोग करना अधिक पसंद करते हैं। ऑर्थोसल्फोबेन्जीमाइड, जिसे सैकरीन भी कहते हैं, प्रथम लोक प्रिय कृत्रिम मधुरक है। यह 1879 से खोज के समय से ही मधुरक की तरह प्रयोग में लाया जाता रहा है। यह सूक्रोस (Cane Sugar) से लगभग 550 गुना अधिक मीठी होती है। यह शरीर से अपरिवर्तित रूप में ही मूत्र के साथ उत्सर्जित हो जाती है। यह सेवन के पश्चात पूर्णत: अक्रिय और अहानिकारक प्रतीत होती है। इसका प्रयोग मधुमेह के रोगियों एवं उन व्यक्तियों के लिए जिन्हें कैलोरी अंतर्ग्रहण पर नियंत्रण की आवश्यकता है, अत्यधिक महत्वपूर्ण है। बाजार में आमतौर पर बिकने वाले कुछ कृत्रिम मधुरक-
    कृत्रिम मधुरक सूक्रोस की तुलना में माधुर्यमान (sweetness value)
    ऐस्पार्टम 100
    सैकरीन 550
    सूक्रालोस 600
    ऐलिटेम 2000


You need to login to perform this action.
You will be redirected in 3 sec spinner