A) न्यूटन
B) आइन्स्टीन
C) चार्ल्स डार्विन
D) लैमार्क
Correct Answer: D
Solution :
उत्तर - लैमार्क |
व्याख्या - जीवों के उद्विकास के सम्बंध में दो प्रमुख सिद्धांत प्रस्तुत किए गए जिसमें उपार्जित लक्षणों का वंशानुक्रम सिद्धांत (लैमार्कवाद), प्राकृतिक चयन का सिद्धांत (डार्विनवाद) शामिल है। जैव विकास (म्अवसनजपवद) परिकल्पना पर पहला तर्कसंगत सिद्धांत उपार्जित लक्षणों का वंशागति सिद्धांत वर्ष 1808 में जीव वैज्ञानिक, जीन बैप्टिस्टे डी लैमार्क ने प्रस्तुत किया। जो 1809 र्इ. में उनकी पुस्तक फिलॉसफी जुलोजिक (Philosophie Zoologique) में प्रकाशित किया गया। इस सिद्धांत में कहा गया कि पर्यावरण में होने वाले परिवर्तनों का जीवों की शारीरिक संरचना एवं व्यवहार को बहुत प्रभावित करते हैं। बदली हुर्इ वातावरणीय दशाओं के अनुसार जीव स्वयं को अनुकूलित करने के लिए जीवों द्वारा कुछ अंगों का प्रयोग अधिक किया जाता है एवं कुछ अंगों का प्रयोग कम किया जाता है। जिससे इन जीवों में अन्य जीवों की अपेक्षा नयी विशेषताएं उत्पन्न हो जाती हैं। जीवों द्वारा अपने जीवन में उपार्जित (Acquire) की गर्इ ये विशेषताएं नयी उत्पन्न होने वाली संतानों (offspring) में दिखार्इ देती हैं। डार्विन ने भी विकासवाद को परिभाषित किया है। |
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