A) रिसिवर के चुनने की क्षमता बढ़ा सके
B) AGC की कार्य क्षमता बढ़ा सके
C) नकारात्मक पिंक क्लिपिंग प्रभाव कम कर सके।
D) सभी फ्रिक्वेंसी पर शोर का प्रभाव कम कर सके
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - (c)) नकारात्मक पिंक क्लिपिंग प्रभाव कम कर सके। |
व्याख्या - ट्रांजिस्टर का आविष्कार 1948 में अमेरिका वैज्ञानिक बार्डिन, (Bardeen), शोकले (Shokley) तथा बेटीन (W.H. Barattain) ने किया था। इन्हे सन 1956 में भौतिकी के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वर्तमान में ट्रांजिस्टर के कई प्रकार है- संधि ट्रांजिस्टर (Junction Transistor) क्षेत्र प्रभाव ट्रांजिस्टर (Field Effect Transistor या FET) तथा धातु अर्धचालक आक्साइड क्षेत्र प्रभाव ट्रांजिस्टर (Metal - Oxide Semiconductor Field Effect Transistor y MDSFET) कहा जाता है। ट्रांजिस्टर रिसिवर FET में प्रयोग प्रथम स्थिति एम्पलीफायर के रूप में इसलिए प्रयोग करते है ताकि नकारात्मक पिक क्लिपिंग (Clipping) प्रभाव कम किया जा सके। |
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