A) द पोएट
B) मोनालिसा
C) संथाल फैमिली
D) यक्ष - यक्षिणी
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - द पोएट |
व्याख्या - रामकिंकर बैज अमूर्तन और एक्सप्रेसेनिस्ट शैली में काम करने वाले भारत के प्रथम मूर्तिकार थे। उनके द्वारा वर्ष 1938 में बनाये गए द पोएट को भारत का पहला एब्स्ट्रेकट या अमूर्तन शैली की मूर्तिशिल्प का उदाहरण माना जाता है। यह पोट्रेट कवि गुरु रबीन्द्रनाथ टेगोर है, जिसमे भाव और प्रतीकों के माध्यम से कवि के प्रभावशाली चेहरे को अमूर्तन और यथार्थ के संयोजन में बड़ी कुशलता के साथ दिखया गया है। मूर्ति कला के विकास में यह उदाहरण मील का पत्थर साबित हुआ और आगे चल कर अमूर्तन कला का पथ प्रदर्शक बना। |
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