मंजूषा कला के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार करें - |
1. मंजूषा कला में पात्रों को अंग्रेजी के x अक्षर की तरह दर्शाया जाता है। |
2. यह कला बिहार से सम्बंधित है। |
3. मंजूषा कला में बॉर्डर अनुपस्थित होती है। उपरोक्त में से सत्य कथन/कथनों का चुनाव करें |
A) 1 और 2
B) 2 और 3
C) 1 और 3
D) 1, 2 और 3
Correct Answer: A
Solution :
उत्तर - 1 और 2 |
व्याख्या - कथन 3 असत्य है, क्योंकि मंजूषा कला में बॉर्डर की प्रमुखता होती है। शेष दोनों कथन सत्य हैं। मंजूषा शैली बिहार के जिले भागलपुर के आसपास के क्षेत्र में प्रसिद्ध है। यह मुख्यता सनर्इ की लकड़ी से बनी मंदिर जैसी मंजूषा पर बनाया जाता है। मंजूषा शैली में मुख्यता बिहुला विषहरी की लोक कथाओं में वर्णित चित्रों को कूचियो के द्वारा बनाया जाता है। ? |
टिप्पणी - मंजूषा कला की मुख्य विशेषतायें निम्नलिखित हैं - |
मंजूषा कला रेखाचित्र पर आधारित चित्रकला है। |
मंजूषा कला पूर्णत: कथा आधारित कला है। यह बिहुला बिसहरी की धार्मिक गाथा पर आधारित है। |
मंजूषा कला में पात्रों को अंग्रेजी के x अक्षर की तरह ऋऋ दर्शाया जाता है। - मंजूषा कला में मुख्यत: तीन रंगों गुलाबी, हरा और पीला का ही प्रयोग होता है। |
विशेष - मंजूषा कला को विश्व की प्रथम कथा आधारित चित्रकला माना जाता है। मंजूषा कला को स्नेक पेंटिंग, अंगिका कला, भागलपुर कला, अंग कला के नाम से भी जाना जाता है। |
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