A) ग्लूकैगॉन
B) वृद्धिकर हॉर्मोन (GH)
C) परावटु (Parathyroid) हॉर्मोन
D) थायरॉक्सिन
Correct Answer: C
Solution :
उत्तर - परावटु (parathyroid) हॉर्मोन |
व्याख्या - मानव में चार पैराथाइरॉइड ग्रंथियां, थाइरॉइड ग्राथ की पश्च सतह पर स्थित होती है। यह भ्रुण के एण्डोडर्म स विकसित होती है। थाइरॉइड ग्रंथि की दो पालियों पर प्रत्येक में एक जोड़ी पैराथाइरॉइड ग्रंथियां पार्इ जाती हैं जो पैराथाइराइड हार्मोन (PTH) नामक एक पेप्टाइड हार्मोन का स्राव करती है। इसे कोलिप का हॉर्मोन भी कहते हैं। |
§ पैराथाइरॉइड ग्रन्थि द्वारा पैराथॉर्मोन तथा कैल्सीटोनिन नामक हॉर्मोन स्त्रावित होता है। पी टी एच का स्त्राव रक्त के साथ परिसंचारित कैल्सियम आयन के द्वारा नियमित होता है। पैराथाइरॉइड हार्मोन रक्त में \[C{{a}^{2+}}\]के स्तर का बढ़ाता है एवं फॉस्फेट आयनों का नियमन करता है। पी टी एच अस्थियों पर कार्य कर अस्थि अवशोषण (विघटनध्विखनिजन) प्रक्रम में सहायता करता है। पा टी एच वृक्क नलिकाओं से \[C{{a}^{2+}}\]के पुनरावशोषण तथा पचित भोजन से \[C{{a}^{2+}}\] के अवशोषण को भी प्रेरित करता है। अत: यह स्पष्ट है कि पी टी एच एक अतिकैल्सियम रक्तता हार्मोन (Hypercalemic harmone) है, क्योंकि यह रक्त में \[C{{a}^{2+}}\] स्तर को बढ़ाता है। |
§ थायरॉइड ग्रन्थि की पैराफोलिकर कोशिकाओ से कैल्सीटोनिन हॉर्मोन (TCTH) स्त्रावित होता है जो पैराथॉर्मोन के विपरीत कार्य करता है। यह अस्थि विघटन को कम करता है और मूत्र में कैल्सियम व फॉस्फेट आयनों के अवशोषण को कम करके मूत्र द्वारा आयनों के निष्कासन को बढ़ाता है जिससे रक्त में कैल्शियम आयन का स्तर कम हो जाता है। |
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