शाहजहां

शाहजहां

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विश्लेषणात्मक अवधारणा

हिंदुस्तान में मुगलिया सल्तनत कायम करने वाला बाबर था और उसे मजबूती देने का काम अकबर ने किया था। पांचवां मुगल अर्थात शाहजहां, शहंशाह हुआ है जिसे कई मायनों में ‘अकबर के हिंदुस्तान’ का वारिस कहा जा सकता है। विद्यार्थियों को समझना चाहिए । कि यहां ‘अकबर के हिंदुस्तान’ का मतलब राज्य की सीमा, हिंदू-मुस्लिम तहजीब और कला-संस्कृति के उत्थान से है। शाहजहां 36 साल की उम्र में हिंदुस्तान का बादशाह बन गया था, पर इसके लिए उसे जहांगीर के खिलाफ कुछ ऐसी ही बगावत करनी पड़ी, जैसे कभी जहांगीर ने अकबर के खिलाफ की थी। दरअसल, मुगलों में वारिस का फैसला तलवार के जोर पर ही हुआ। जहांगीर के तकरीबन सभी विजयी अभियानों का नायक शाहजहां ही था। कभी काबुल, कभी बंगाल और कभी दक्कन, शाहजहां हर जगह जीत का परचम फहरा रहा था।

 

 

शाहजहां

पूरा नाम

शाहबउद्दीन मुहम्मद शाहजहां

मूल नाम

खुर्रम

जन्म भूमि

लाहौर

पिता

जहांगीर

माता

जगत गोसाई (जोधाबाई)

पत्नी

अर्जुमन्द बानो (मुमताज) तीसरी

संतान

दाराशिकोह, शुजा, मुराद, औरंगजेब

उपाधि

किरन ए सानी, शाहजहां (जहांगीर के द्वारा प्रदत्त)

मृत्यु तिथि

22 जनवरी 1666

मृत्यु स्थान

आगरा

 

  • जोधपुर के शासक राजा उदय सिंह की बेटी जगत गोसाई के गर्भ से 5 जनवरी 1592 खुर्रम का जन्म लाहौर में हुआ।
  • जहांगीर के बाद उसके द्वितीय पुत्र खुर्रम (शाहजहां) ने 1628 ई. में साम्राज्य संभाला।
  • 1612 ई. में खुर्रम का विवाह आसफ खान की बेटी अर्जुमंद बानो बेगम से हुआ, जिसे शाहजहां ने मलिका-ए-जमानी की
  • उपाधि प्रदान की। 1631 ई. में प्रसव पीड़ा के कारण उसकी मृत्यु हो गई।
  • शाहजहां ने 1638 ई. में अपनी राजधानी को आगरा से दिल्ली लाने के लिए यमुना के दाहिने तट पर शाहजहांनाबाद की नींव डाली।
  • शाहजहां ने आसफ खान को वजीर पद प्रदान किया।
  • इसने महावत को खानखाना की उपाधि प्रदान की।
  • शाहजहां को ताजमहल के लिए याद किया जाता है, जो उसने आगरा में यमुना नदी के किनारें अपनी पत्नी मुमताज के लिए सफेद संगमरमर से बनवाया था। ताजमहल को बनाने वाला कलाकार उस्ताद अहमद लाहौरी एवं वास्तुकार उस्ताद ईशा था। शाहजहां के शासनकाल को स्थापत्य कला का स्वर्णिम युग कहा जाता है। शाहजहां ने दिल्ली का लालकिला, दीवाने आम, दीवाने खास, दिल्ली की जामा मस्जिद, आगरा की मोती मस्जिद बनवाई।
  • आगरा की जामा मस्जिद का निर्माण शाहजहां की बेटी जहांआरा ने करवाया।
  • शाहजहां के दरबार के प्रमुख चित्रकार मुहम्मद फकीर और मीर हासिम थे। शाहजहां के बेटों में दाराशिकोह सबसे बुद्धिमान था, उसने भगवद गीता और योगवशिष्ठ उपनिषद् और रामायण का अनुवाद फारसी में करवाया।

 

  • शाहजहां ने दिल्ली में एक महाविद्यालय का निर्माण करवाया . और दारूल बका कॉलेज की मरम्मत कराई।
  • शाहजहां के बीमार पड़ने पर उसके चारों बेटों दाराशिकोह, शाहशुजा, औरंगजेब और मुराद बख्श में 1657 ई. में उत्तराधिकार के लिए संघर्ष शुरू हो गया।
  • 18 जून 1658 में औरंगजेब ने शाहजहां को बंदी बना लिया।
  • उत्तराधिकार हेतु 25 अप्रैल 1658 में दारा और औरंगजेब के बीच धरमट का युद्ध हुआ। इस युद्ध में दारा हार गया।
  • सामूगढ़ का युद्ध 1658 ई. को दारा और औरंगजेब के बीच हुआ, इस युद्ध में भी दारा हार गया। दाराशिकोह, मुगल बादशाह शाहजहां का सबसे बड़ा बेटा था।

दाराशिकोह बहुत दानी प्रवृत्ति का व्यक्ति था। दाराशिकोह को  शाह बुलंद इकबाल के रूप में जाना जाता है।

 

  • उत्तराधिकारी का अंतिम युद्ध देवराई की घाटी में 14 अप्रैल 1659 को हुआ।
  • आगरा के किले में अपने कैदी जीवन दौरान जनवरी 1666 में 74 वर्ष की उम्र में शाहजहां की मृत्यु हो गई।

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