Super Exam General Studies Dance and Music / नृत्य और संगीत Question Bank संगीतकला का सामान्य परिचय (संगीत कला भाग 1)

  • question_answer
    भारतीय संगीतकला के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार करें -                               (BPSC 2001)
    1. भारतीय संगीत का आदि रूप मैगस्थनीज की इंडिका में मिलता है।
    2. ऋग्वेद में संगीत संबंधी वाद्य यंत्रे यथा-मृदंग, बीणा का उल्लेख मिलता है।
    उपरोक्त में से सत्य कथनों का चुनाव करें

    A) केवल 1    

    B)          केवल 2

    C) 1 और 2   

    D)          न तो 1 न ही 2

    Correct Answer: B

    Solution :

     उत्तर - केवल 2
    व्याख्या - भारतीय संस्कृति के आरंभ काल से ही यहां संगीत कला की समृद्ध परंपरा रही है। सिन्धु सभ्यता से प्राप्त मुहरों पर अंकित ढोल, वीणा और तुरही के चित्र तथा नर्तकी की मूर्ति इसके उत्कृष्ट उदाहरण हैं। भारतीय संगीत का आदि रूप वेदों में मिलता है, अत: कथन 1 असत्य है। सामवेद को भारतीय संगीत का उदगम माना जाता है क्योंकि इसकी ऋचाएं गायन शैली में निर्देशित हैं। ऋग्वेद में संगीत संबंधी वाद्य यंत्रं यथा-मृदंग, बीणा, बंशी, डमरू आदि का उल्लेख मिलता है। वैदिक साहित्य भी इस बात को सिद्ध करते हैं कि आर्य लोग सप्त स्वरों से परिचित थे।
    टिप्पणी -
    पहली सदी में लिखी गयी भरनमुनि के नाट्य शास्त्र में भारतीय संगीत से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त होती है।
    तेरहवीं सदी की एक रचना सारंगदेव कृत ‘संगीत रत्नाकार’ में 264 रागों का उल्लेख हुआ है।


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