Super Exam General Studies Dance and Music / नृत्य और संगीत Question Bank शास्त्रीय, अर्धशास्त्रीय एवं उप शास्त्रीय संगीत (संगीत कला भाग 2)

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    ‘हिंदुस्तानी संगीत पद्धति’ नामक प्रसिद्ध पुस्तक किसने लिखी?

    A) अमीर खुसरो

    B) विष्णुनारायण भातखंडे

    C) विष्णु दिगम्बर पलुस्कर

    D) पंस वेंकटमखी

    Correct Answer: B

    Solution :

    उत्तर - विष्णुनारायण भातखंडे
    व्याख्या - पंडित विष्णुनारायण भातखंडे भारत के ‘हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत’ के विद्वान व्यक्ति थे। इनका जन्म जन्म 10 अगस्त, 1860 ईसवी को मुंबई में हुआ था। इन्होंने बड़े-बड़े गायकों का संगीत सुना और उनकी स्वर लिपि तैयार करके ‘हिन्दुस्तानी संगीत पद्धति क्रमिक पुस्तक-मालिका’ के नाम से एक ग्रंथमाला प्रकाशित कराई, जिसके छ: भाग हैं। शास्त्रीय ज्ञान के लिए विष्णुनारायण भातखंडे ने “हिन्दुस्तानी संगीत पद्धति”, जो हिन्दी में ‘भातखंडे संगीत शास्त्र‘ के नाम से छपी थी, के चार भाग मराठी भाषा में लिखे।
    टिप्पणी - विष्णुनारायण भातखंडे ने संस्कृत भाषा में ‘लक्ष्य-संगीत’ और ‘अभिनव राग-मंजरी’ नामक पुस्तकें लिखकर प्राचीन संगीत की विशेषताओं तथा उसमें फैली हुई भ्रांतियों पर प्रकाश डाला। विष्णुनारायण भातखंडे ने अपना शुद्ध ठाठ ‘बिलावल’ मानकर ठाठ-पद्धति स्वीकर करते हुए दस ठाठों में बहुत से रागों का वर्गीकरण किया। भातखंडे जी का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण कार्य संगीत के दस घाटों पर प्रचलित रागों के लिए सिखाए जा सकने वाले ख्याल, ध्रुपद तथा धमार के साहित्य की शास्त्रीय जानकारी को शिक्षालयों के लिए उपयोग तथा क्रमिक शिक्षा का आधार बनाना था। इन्होंने ‘चतुर’ नाम से कुछ गीत भी लिखे।
    विशेष - विष्णुनारायण भातखंडे के प्रयत्नों कुछ समय पश्चात कई स्थानों पर भी संगीत सम्मेलन हुए तथा संगीत विद्यालयों की स्थापना हुई -
    ‘मैरिस म्यूजिक कॉलेज’
    लखनऊ माधव संगीत महाविद्यालय’
    ग्वालियर ‘म्यूजिक कॉलेज
    बड़ौदा नोट
    लखनऊ का मैरिस म्यूजिक कॉलेज” अब भातखंडे संगीत विद्यापीठ’ के नाम से जाना जाता है।


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